छोटे कारोबारियों को खाते संभलाना हुआ आसान, Busy Accounting Software दे रहा है समाधान
बिजी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के बीच अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मांग में 33 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी
Busy Accounting Software छोटे कारोबारियों को अपने अकाउंट अपडेट रखने की आसान तकनीक मुहैया करा रहा है.
Busy Accounting Software छोटे कारोबारियों को अपने अकाउंट अपडेट रखने की आसान तकनीक मुहैया करा रहा है.
किसी भी अर्थव्यवस्था में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) का सेक्टर काफी बड़ी भूमिका निभाता है. एमएसएमई सेक्टर ने देश की अर्थव्यवस्था के विकास के चक्र को काफी हद तक कंट्रोल किया है. एमएसएमई के उद्यमों ने अपने यहां तैयार होने वाले 20 लाख करोड़ के प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज की बदौलत देश की अर्थव्यवस्था में 40 फीसदी का योगदान दिया है. यह सेक्टर लाखों लोगों को रोजगार देते हैं. एमएसएमई सेक्टर देश में कुल 45 फीसदी रोजगार के अवसरों तैयार करता है.
देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान देने के बावजूद अभी भी बहुत से छोटे और मध्यम श्रेणी के उद्योगों के मालिक बिल बनाने के लिए कागज और कलम का इस्तेमाल करते हैं. खासतौर से यह छोटे शहरों और कस्बों में ज्यादा देखा जाता है.
कई कारोबारी अपने अकाउंट का हिसाब-किताब रखने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट पर निर्भर रहते हैं. इन्हें अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल काफी मुश्किल, जटिल और महंगा लगता है. इसके लिए ट्रेंड टेक्निकल लोगों की जरूरत पड़ती है.
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महामारी के हालात ने बहुत से कारोबारियों को अपने बिजनेस का डिजिटलाइजेशन करने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने अपनी कंपनी के अकाउंट का सटीक, प्रभावी और बिल्कुल सही हिसाब-किताब रखने के लिए सॉफ्टवेयर को अपनाया है.
बिजी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने कोरोना वायरस की महामारी के प्रकोप के बीच अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मांग में 33 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी है.
बिजी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के सह संस्थापक और निदेशक राजेश गुप्ता ने कहा उन्होंने छोटे शहरों की कई कारोबारी फर्मों से उनके फाइनेंशियल अकाउंटिंग सिस्टम को बदलने के लिए कई कॉल्स मिल रही है. वे कई छोटे कारोबारियों के साथ करीबी सहयोग से काम कर रहे हैं और उनके अकाउंट्स के डिजिटाइजेशन में हमने काफी मदद की है.
महामारी ने डिजिटल अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल की जरूरत बढ़ाई है. डिजिटल अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स, स्टॉक का रिकॉर्ड, ई-वॉयस बनाने, बैलेंस शीट्स, हानि और लाभ के अकाउंट और कैश फ्लो स्टेटमेंट बनाने में काफी मदद की है.
कोरोना महामारी के प्रकोप के शुरुआती दौर में अधिकतर बिजनेस को काफी घाटा झेलना पड़ रहा था. लॉकडाउन ने कई व्यावयायिक संस्थानों के लिए अपने अस्तित्व को बरकरार रखने के अवसरों को काफी सीमित कर दिया है. इस तरह के हालात में बिजी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर ने हजारों एसएमई और एमएसएमई की काफी मदद की है और उन्हें कई बिजनेस सोल्यूशन प्रदान किए थे. इसके साथ ही बिजी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर ने यह सुनिश्चित किया कि टैक्स की फाइलिंग में लापरवाही बरतने या ठीक-ठाक अकाउंटिंग की प्रक्रिया न अपनाने के कारण उन्हें वित्तीय घाटे का सामना न करना पड़े.
बिजी इनवॉयस पोर्टल के साथ एकीकरण की सुविधा देने वाली यह पहला अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है. अब यूजर्स को ई-इनवॉयस पोर्टल पर जाने की जरूरत नहीं है. इसकी जगह वह बिजी (Accounting Software) से सीधे ई-इनवॉयस जेनरेट कर सकते हैं.
बिजी की ओर से लॉन्च किए गए ई-इनवॉयसिंग के फीचर ने आईआरएन जेनरेशन और ई-इनवॉयस मैनेजमेंट के लिए कई तरह के सोल्यूशंस प्रदान कर कई क्षेत्रों के कारोबारियों की आवश्यकताओं को पूरा किया है.
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07:59 PM IST